करीब आओ एक बात बताऊँ,धड़कन की सौगात बताऊँ,
तेरे ही ख्वाबों से लिपटे,
मेरे दिन और रात बताऊँ,
तुम जान न सके अब तक जो,
साथ रह कर भी मेरे,
अनजान हो तुम जिन बातों से,
तुम्हे अपने मैं हालात बताऊं,
होता हूं जिनमे मैं खोया,
तुम्हे वो मेरे खयालात बताऊं,
कैसे कटते हैं बिन तेरे,
पहर वो तुम्हे मैं आठ बताऊं,
बताऊँ तुम्हे अहमियत तुम्हारी,
है हर पल मेरे दिल में क्या,
तुम साथ हो तो सब पास मेरे,
वरना कोई महफ़िल ही क्या,
मैं जैसे कोई कविता हूं प्रेम का,
और तुम हो उसका मूल अर्थ,
तुम पढ़ो मुझे तो हीं मायने,
वर्ना मेरी हर कोशिश व्यर्थ,
तुम हो जैसे सरगम इस दिल की,
मैं हूं कोई प्रेम राग,
बीते कल में जो तुम ना मिलते,
जाने कैसा होता मेरा आज,
बिन तेरे रातें तन्हा मेरी,
बिन तेरे सूने मेरे दिन हैं,
तुम ना हो तो सब कुछ मुश्किल,
तुम साथ हो तो सब मुमकिन है,
एक अजब खुमारी है दिल में,
जिस दिन से तुझको जाना है,
गवाह है ये धड़कन मेरी,
किसी और को अपना न माना है,
लट्टू हैं एक अरसे से तुम पे,
जानता ये सारा ज़माना है,
तुमने तो अब है जाना मुझे,
मेरी वफ़ा का रंग पुराना है,
कोशिश हर बार रहती है यही,
रख सकूँ ख्याल खुशियों का तुम्हारी,
हर हाल में तुम्हे हसाऊँ मैं,
न बनूँ वजह उदासियों का तुम्हारी,
आज एक उम्मीद ले कर आया हूँ,
कि अब तुम भी कदम बढ़ाओगी,
कल तक जो सपने थे बस,
उन्हें हक़ीक़त में अपनाओगी,
जो ख्वाबों में तुमने देखा है,
खुशियों का हर वो पल दूंगा,
वादा हीं नहीं है यकीन भी,
तुम्हे आज से बेहतर कल दूंगा,
तुम पर न कोई दबाओ है मेरा,
तुम्हारा फैसला होगा मंजूर मुझे,
बस जो सुनिश्चित कर लो राहें,
इक बार बताना जरूर मुझे,
लो कह दिया हाल-ऐ-दिल अपना,
अब जान लूँ मैं भी ख्वाइश तुम्हारी,
और तेरे इस जवाब में सिमटी,
जहाँ भर की हर खुशियां हमारी,
की इश्क़ के इन कच्चे रंगों में,
क्या तुम भी रंगना चाहोगी,
पूछ के दिल से बता दो इतना हीं,
क्या तुम मेरी होना चाहोगी!