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तुम्हे भी प्यार है मुझसे, कह दो न ये इक बारी........

tumhe bhi pyar hai mujhse,keh do na ye ik baari..
तुम्हे भी प्यार है मुझसे,
कह दो न ये इक बारी,
क्यों पास तुम्हे न देख कर,
धड़कन खुद में रूकती है,
क्यों आँखें अब भी मेरी,
तेरे सजदे में ही झुकती है,
क्यों तेरी फ़िक्रों में अब भी,
दिल वक़्त जाया करता है,
क्यों तेरे पीछे दुनिया को,
दिल ये पराया कहता है,
तुम क्या जानो धड़कन ही क्या,
साँसें तक है तुमपे हारी,
तुम्हे भी प्यार है मुझसे,
कह दो न ये इक बारी,
ज़िंदगी तुम्हारे साथ कटे,
अधूरा सा एक ख्वाब है,
अगर तुम नहीं तो खुशियों से,
रूठा स एक हिसाब है,
खामोशियाँ कभी अपनी तोड़ो,
कह भी दो कुछ ज़ुबान से अपनी,
मन में है जो भी तुम्हारे,
दिल सुनने को बेताब है,
जाने की चाह है इतनी ही,
क्या कहती है धड़कन तुम्हारी,
तुम्हे भी प्यार है मुझसे,
कह दो न ये इक बारी,
सिर्फ हक़ीक़त से ही नहीं,
तेरे ख्वाबों से भी मेरा वास्ता है,
रब दीखता तुजमे मुझको,
इक अजीब सी मेरी आस्था है,
चलने को तैयार नहीं,
इक पल भी कदम मेरे तुम बिन,
तू अगर साथ नहीं मेरे,
सूना दीखता हर रास्ता है,
अब तो बस तेरा हाथ थम कर,
जीने की है ख्वाइश हमारी,
तुम्हे भी प्यार है मुझसे,
कह दो न ये इक बारी!

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