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dil ki khwaish hai itni si.... |
खुले आँख तो तेरा साथ हो,
हो बंद तो तेरा ख्वाब हो,
तू अगर मुझको मिल जाए,
ख्वाईश मैं सारी ठुकरा दूँ,
ठुकरा दूँ अपनी हर चाहत,
रातों की नींद भी लुटा दूँ,
खुशियों का दामन थाम लूँ,
गम से मैं पल्ला झाड़ लूँ,
तू जीत के अगर जो खुश हो तो,
हँस के हर बाज़ी हार जाऊँ,
बदले में है बस चाह यही,
मेरे नाम से हीं खिले तेरे,
सजे मेहँदी के हाथ हों,
दिल की ख्वाइश है इतनी सी,
खुले आँख तो तेरा साथ हो,
हो बंद तो तेरा ख्वाब हो!